नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को मराठी सीखने की सलाह दी है। ये तो सबको पता है कि आगामी लोकसभा का चुनाव और इस साल के अंत तक 5 राज्यों में विधानसभा के चुनाव है| इसलिए सारी राजनीतिक पार्टियां सियासी जमीं पर अपनी-अपनी पकड़ मजबूत करने में लगी हुई है| अब इसी कड़ी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को गडकरी का एक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया था।
इस वीडियो में केंद्रीय मंत्री गडकरी मराठी में बातचीत कर रहे थे जो स्क्रीन पर अंग्रेजी में दिखा रहा था| राहुल गांधी के द्वारा ट्वीट किए गए वीडियो के मुताबिक, वीडियो में गडकरी यह कहते हुए नज़र आ रहे है कि उनकी पार्टी ने चुनाव के समय लंबे चौड़े वादे किए थे। हमलोग इस बात को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त थे सत्ता में कभी नहीं आएंगे। इसलिए हमें जनता से लंबे-चौड़े वादे करने की सलाह दी गई थी। अब हम लोग सत्ता में हैं और लोग हमारे उन वादों के बारे में पूछ रहे हैं।’
सही फ़रमाया, जनता भी यही सोचती है कि सरकार ने लोगों के सपनों और उनके भरोसे को अपने लोभ का शिकार बनाया है| pic.twitter.com/zhlKTrKHgU
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 9, 2018
गडकरी के इस इंटरव्यू क्लिप को राहुल ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘सही फरमाया, जनता भी यही सोचती है कि सरकार ने लोगों के सपनों और उनके भरोसे को अपने लालच का शिकार बनाया है।’ कांग्रेस अध्यक्ष के आरोपों पर जवाब देते हुए अब केंद्रीय मंत्री गडकरी ने राहुल गांधी को मशवरा देते हुए कहा है कि राहुल गांधी को पहले किसी से मराठी समझ लेनी चाहिए थी। उन्होंने बगैर मराठी समझे ही ट्वीट कर दिया और वो ऐसा पहले भी ऐसा कर चुके हैं।
राहुल गांधी झूठ की फ़ैक्टरी हैं। झूठ बोलना, ज़ोर से बोलना, बार बार बोलना… pic.twitter.com/ERHSgZ8NuW
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 10, 2018
गडकरी ने आगे कहा कि हम जो वादे करते हैं वो पूरे भी करते हैं और हमने ऐसा किया है। इसके साथ ही पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘वीडियो में महाराष्ट्र सरकार के संदर्भ में बात हो रही थी और उसका भाजपा या केंद्र की सरकार से कोई लेना-देना नहीं है। मैंने वीडियो में न तो प्रधानमंत्री नाम लिया और न ही 15 लाख रुपये हर नागरिक के खाते में आने की बात कही। कब से राहुल मराठी समझने लगे। कमेंट करने से पहले उन्हें मराठी सीखनी चाहिए।’